दिनभर चले इस कार्यक्रम में, जीवराज नाई के कार्यों और योगदान को याद किया गया। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और शहर के प्रतिष्ठित नागरिकों ने मंदिर परिसर में पहुँचकर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित वक्ताओं ने जीवराज नाई के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जीवराज नाई ने अपने जीवन में समाज सेवा, आपसी भाईचारे और जन कल्याण को हमेशा प्राथमिकता दी। उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी लोगों को प्रेरणा देते हैं। वक्ताओं ने यह भी कहा कि जीवराज नाई ने समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए हमेशा तत्पर रहकर कार्य किया और उनकी स्मृतियां सदैव जीवित रहेंगी।
इस अवसर पर सैन समाज के अध्यक्ष ओमप्रकाश फुलभाटी, भाजपा देहात जिला मंत्री भरत सुथार, भारतीय सैन समाज प्रदेशाध्यक्ष श्रवणकुमार फुलभाटी, पार्षद सोहनलाल ओझा, आशीष जाड़ीवाल, एडवोकेट मनोज सिंहराज भाटी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में जीवराज नाई के योगदान को सराहा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
जीवराज नाई, जो अपने क्षेत्र में एक लोकप्रिय नेता थे, की असामयिक मृत्यु ने सभी को गहरा दुख पहुंचाया था। आज, उनकी पुण्यतिथि पर, श्रीडूंगरगढ़ के लोगों ने एक बार फिर उनके प्रति अपना सम्मान और प्रेम व्यक्त किया। यह श्रद्धांजलि सभा, जीवराज नाई के द्वारा किए गए कार्यों और उनके आदर्शों को चिरस्थायी बनाने का एक प्रयास था, जो आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे।