जैसे ही संध्या ने अपने आंचल में तारों को समेटना शुरू किया, वैसे ही सेवा सदन परिसर में श्रद्धा और उमंग का वातावरण छा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें प्रांत सत्संग प्रमुख नरेन्द्र भाई साहब, जिला अध्यक्ष जगदीश स्वामी, संरक्षक भंवरलाल दुगड़, प्रखंड अध्यक्ष श्याम सुंदर जोशी और नगर अध्यक्ष लालसिंह मोयल ने मिलकर ज्योति जलाई। यह मानो अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक था।
इसके बाद गणेश वंदना से कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। फिर बारी आई राधा-कृष्ण प्रतियोगिता की, जिसमें नन्हे-मुन्ने बच्चे राधा और कृष्ण के मनमोहक रूप में सजकर आए। उनके नटखट अंदाज़ और मासूमियत ने सबका मन मोह लिया। विजेताओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया, वहीं सभी बच्चों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए।
सांस्कृतिक कार्यक्रम ने समा बांध दिया। 15 स्कूलों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। लोक नृत्य, संगीत और नाटक के माध्यम से उन्होंने भारतीय संस्कृति की विविधता और सुंदरता को दर्शाया। संस्कार इनोवेटिव पब्लिक स्कूल पहले स्थान पर रहा, ब्राइट फ्यूचर सी.से. स्कूल ने दूसरा स्थान हासिल किया, और लर्न एंड फन पब्लिक स्कूल तीसरे स्थान पर रहा।
प्रांत सत्संग प्रमुख नरेन्द्र भाई साहब ने कृष्ण लीला पर प्रकाश डालते हुए भगवान कृष्ण के जीवन और संदेश को समझाया। जिला अध्यक्ष जगदीश स्वामी ने सनातन धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म हमें प्रेम, करुणा और सद्भाव का पाठ पढ़ाता है।
कार्यक्रम का सबसे आकर्षक हिस्सा मटकी फोड़ था, जिसे सेवाधाम के बच्चों ने आयोजित किया। बच्चों ने जोश और उत्साह के साथ मटकी फोड़ी, जिसे देखकर उपस्थित लोग आनंदित हो उठे। यह दृश्य बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक था।
पूरे कार्यक्रम स्थल को लाइटों, फूलों और गुब्बारों से सजाया गया था। बड़ी संख्या में मातृशक्ति, दुर्गा वाहिनी, बजरंग दल और परिषद के कार्यकर्ता मौजूद थे। अंत में, प्रखंड अध्यक्ष दीपक सेठिया और नगर मंत्री मनीष नौलखा ने सभी अतिथियों, बच्चों और नगरवासियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह उत्सव सभी के सहयोग से सफल हुआ है।