कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता और भगवान श्रीकृष्ण के पूजन से हुई। प्रांत सत्संग प्रमुख नरेंद्र कुमार, जिला अध्यक्ष जगदीश स्वामी, संरक्षक भंवरलाल दुगड़, प्रखंड अध्यक्ष श्यामसुंदर जोशी और नगर अध्यक्ष लालसिंह मोयल ने दीप प्रज्ज्वलित कर उत्सव का विधिवत आरंभ किया।
मुख्य अतिथि नरेंद्र कुमार ने अपने उद्बोधन में भगवान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन करते हुए उन्हें पूर्ण अवतार बताया। उन्होंने भारतीय संस्कृति की विश्वव्यापी महिमा का बखान करते हुए इसके अनुयायी होने पर गर्व करने की प्रेरणा दी। वहीं, जिला अध्यक्ष जगदीश स्वामी ने सभी को मन, कर्म और वचन से सनातन परंपरा का पालन करने का संदेश दिया।
उत्सव में कस्बे के हर कोने से श्रद्धालु उमड़ पड़े थे। छोटे-छोटे बच्चों ने राधा-कृष्ण बनकर प्रतियोगिता में भाग लिया। बाल रूप में सजे-धजे ये नन्हे कलाकार सभी का मन मोह रहे थे। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल राधा और बाल कृष्ण के रूप में बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
शहरी क्षेत्र के 15 स्कूलों की टीमों ने भजन गीतों पर शानदार प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों में श्रीकृष्ण के 10 अवतारों को मंच पर साकार करने वाली संस्कार इनोवेटिव स्कूल की टीम ने प्रथम पुरस्कार जीता। ब्राइट फ्यूचर सी.से. स्कूल द्वितीय और लर्न एंड फन पब्लिक स्कूल तृतीय स्थान पर रही।
कार्यक्रम का समापन मटकी फोड़ कार्यक्रम के साथ हुआ, जिसमें सेवाधाम छात्रावास के बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और मटकी फोड़ी।
इस अवसर पर क्षेत्र के विधायक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। प्रखंड अध्यक्ष दीपक सेठिया और नगर मंत्री मनीष नोलखा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
उत्सव में विश्व हिंदू परिषद प्रखंड और नगर मातृशक्ति, दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम ने श्रीडूंगरगढ़ में भक्ति और आस्था का एक अद्भुत माहौल बना दिया, जो देर रात तक जारी रहा।