अटल जी, एक ऐसा नाम जो भारतीय राजनीति में अपने आप में एक संस्था बन गया। उनकी वाणी में ओज था, विचारों में गहराई और हृदय में सबके लिए प्रेम। उन्होंने न केवल राजनीति को नई दिशा दी, बल्कि राष्ट्र निर्माण के प्रति अपने अटूट समर्पण से हर भारतीय के दिल में जगह बनाई।
इस अवसर पर आयोजित सभा में श्रीडूंगरगढ़ के विधायक ताराचंद सारस्वत ने अटल जी के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अटल जी का बहुआयामी व्यक्तित्व, राष्ट्र निर्माण के प्रति उनका समर्पण और समग्र विकास की दृष्टि हम सभी के लिए सदैव प्रेरणादायी रहेगी। विधायक सारस्वत ने यह भी कहा कि अटल जी जैसा व्यक्तित्व राजनीति में दुर्लभ है, जो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखता था।
श्रद्धांजलि सभा में भाजपा देहात उपाध्यक्ष हेमनाथ जाखड़, नगर मंडल अध्यक्ष राधेश्याम दर्जी, मदन सोनी, संपत पारीक, बजरंग शर्मा, सुभाष आचार्य, मोटू महाराज, मोमसर मंडल अध्यक्ष नरेश मोट, भवानीप्रकाश तावनिया, महेश राजोतिया, जगदीश गुर्जर, रामसिंह जागीरदार, पवन इंदौरिया, भगवान सिंह सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने अटल जी के जीवन और आदर्शों को याद किया और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
अटल जी आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और आदर्श आज भी हमें प्रेरित करते हैं। वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम माना और देश के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए, हम सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।