श्रीडूंगरगढ़, 15 अगस्त 2025। श्रीडूंगरगढ़ अंचल, जो सेना के प्रति अपने अटूट सम्मान और जवानों के प्रति प्रेम के लिए जाना जाता है, आज शोक में डूबा है। गुरुवार शाम एक हृदयविदारक सड़क हादसे में जान गंवाने वाले सेना के जवान, लिखमीसर उत्तरादा निवासी राकेश जाखड़ का पार्थिव शरीर कुछ ही देर में पुराने बस स्टैंड पर अंतिम दर्शन के लिए लाया जा रहा है।
यह खबर पूरे क्षेत्र में बिजली की तरह फैली और हर आंख नम हो गई। राकेश जाखड़, जिन्होंने देश सेवा को अपना जीवन समर्पित कर दिया, अब पंचतत्व में विलीन होने जा रहे हैं। उनका पार्थिव शरीर यहां से उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
सेना की एक टुकड़ी पहले ही श्रीडूंगरगढ़ पहुंच चुकी है, जो शहीद को सलामी देगी। जवान का पोस्टमार्टम होने के बाद शव सेना के जवानों को सौंप दिया गया है। अब कुछ ही क्षणों में, उनका पार्थिव शरीर पुराने बस स्टैंड पर रखा जाएगा, जहां आम नागरिक भी अपने इस वीर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।
क्षेत्र में तैनात सेना के जवान भी अपने साथी को अंतिम विदाई देने के लिए यहां पहुंचे हैं, उनके चेहरे पर दुख और गर्व का मिला-जुला भाव है।
इस दुख की घड़ी में, पालिकाध्यक्ष मानमल शर्मा, पूर्व विधायक गिरधारी लाल महिया, पीसीसी सदस्य हरिराम बाना, युवा नेता हेतराम जाखड़, पूर्व प्रधान सुरजाराम भुंवाल, पूनमचंद नैण, आरएलपी नेता विवेक माचरा, प्रभुराम बाना, सुनील तावणियां, आशीष जाड़ीवाल जैसे गणमान्य व्यक्ति भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उपस्थित हैं। एएसआई सुरेश कुमार गुर्जर और हैड कांस्टेबल देवाराम सहित पुलिस के जवान भी व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुराने बस स्टैंड पर मौजूद हैं।
गांव लिखमीसर उत्तरादा के युवा और ग्रामीण बड़ी संख्या में अपने लाडले को सम्मान देने के लिए पहुंचे हैं, उनकी आंखों में आंसू हैं और दिल में गर्व।
श्रीडूंगरगढ़ आज एक वीर सपूत को खोने का शोक मना रहा है, लेकिन साथ ही देश सेवा के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता को भी याद कर रहा है। हर कोई शहीद राकेश जाखड़ की शहादत को नमन कर रहा है और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहा है।