विद्युत प्रसारण निगम में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत रहे हरिराम सिद्ध बाना को एक्सईएन के पद पर पदोन्नत होने पर विभिन्न संस्थाओं ने सम्मानित किया। मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता समिति ने उन्हें माल्यार्पण, साफा और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। समिति के ललितसिंह ओड, महेश झंवर, रामूनाथ जाखड़, मोहनसिंह राजपुरोहित, पवन सुथार, पूर्णमल नाई, ओमप्रकाश भार्गव और अनिल ओड ने अभिनंदन पत्र भी दिया। एपीजे अब्दुल कलाम वेलफेयर ट्रस्ट ने भी 132 केवी जीएसएस पहुंचकर उन्हें बधाई दी। ट्रस्ट के आरिफ चुनगर, मनोज चौपदार, रमजान ठेकेदार, अकबर तेली, आरिफ लीलगर, साकिर चुनगर, महबूब सोलंकी, जाकिर धोबी, अकबर लोहार और रफीक खोखर ने अभिनंदन किया।
मोमासर राजकीय महाविद्यालय में छात्रों की एक बैठक में एसएफआई की महाविद्यालय इकाई का गठन किया गया। बीरबल पूनियां ने बताया कि मुकेश गोदारा को अध्यक्ष, समीर खान को सचिव और सुमित्रा बैरा को संयुक्त सचिव मनोनीत किया गया है। इसके अतिरिक्त, 11 सदस्यों को भी इकाई में शामिल किया गया है। इस दौरान महाविद्यालय में रिक्त पदों को भरने, खेल मैदान बनाने और छात्र सुविधाओं के लिए प्रयास करने का आह्वान किया गया। बैठक में भादर भामु, राकेश मोटसरा, दानाराम मेघवाल, सुनील मेघवाल, आशीष प्रजापत, सुभाष प्रजापत, सुनील प्रजापत, सुभाष मेघवाल और हरिओम प्रजापत उपस्थित रहे।
श्री छ: न्याति ब्राह्मण महासंघ की श्रीडूंगरगढ़ इकाई ने जिलाध्यक्ष कौशल शर्मा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर गांव उदरासर के निवासी मुनीराम ब्राह्मण के लिए न्याय की मांग की। तहसील अध्यक्ष आईदान पारीक और महामंत्री एडवोकेट प्रवीण पालीवाल ने बताया कि विद्युत विभाग में संविदा पर कार्यरत मुनीराम, कनिष्ठ अभियंता की देखरेख में विद्युत पोल पर कार्य करते समय जीएसएस से सप्लाई शुरू होने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका उपचार बीकानेर ट्रोमा सेंटर में चल रहा है। महासंघ ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा, आश्रित परिवार के सदस्य को नौकरी, आजीवन पेंशन, इलाज का खर्च और दोषी कर्मचारियों के निलंबन की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में हरिकांत शर्मा, घनश्याम पंचारिया और रजस आसापेा भी शामिल थे।
सावन के चौथे सोमवार को क्षेत्र में कई धार्मिक आयोजन हुए। बिग्गाबास स्थित गणेश मंदिर के प्राचीन शिवालय में कैलाश पर्वत की झांकी सजाई गई, जिसने श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मंदिर पहुंचे और सत्संग व कीर्तन में भाग लिया।
कस्बे में गौरव पथ स्थित बाबा चिरपड़नाथजी की बगीची में 1100 किलो बर्फ से शिवलिंग पर बाबा बर्फानी का रूप सजाया गया। लगभग 9 फीट ऊंचे अमरनाथजी के दृश्य को देखकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए और बाबा के जयकारे लगाए। महाआरती का श्रीडूंगरगढ़ ONE के फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारण किया गया।