बैठक में ऊर्जा, पीएचईडी, सीएडी, सिंचाई, उद्योग, नगरीय निकाय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, खनिज, पीडब्ल्यूडी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारी शामिल हुए। एडीएम कुमावत ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे अपने स्तर पर सप्ताह में एक बार बैठक आयोजित कर बजट घोषणाओं की समीक्षा करें और इसकी लिखित रिपोर्ट नियमित रूप से एडीएम प्रशासन कार्यालय को भेजें। उन्होंने जमीन आवंटन के मामलों को प्राथमिकता देने और उन पर व्यक्तिगत रूप से निगरानी रखने के लिए भी कहा, ताकि कोई भी मामला अनावश्यक रूप से लंबित न रहे।
बैठक में उस समय अप्रसन्नता का माहौल बन गया जब श्रीडूंगरगढ़ में नवीन औद्योगिक क्षेत्र की घोषणा पर अपडेट रिपोर्ट पेश नहीं की गई। इस पर एडीएम कुमावत ने नाराजगी व्यक्त करते हुए रीको अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने भविष्य में होने वाली समीक्षा बैठकों में सभी विभागों को अद्यतन रिपोर्ट के साथ आने की चेतावनी दी, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
इस समीक्षा बैठक में एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई कि जिले में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत एक आदर्श सौर ग्राम विकसित किया जाएगा। ऊर्जा विभाग ने बताया कि इसके लिए मोमासर, कालू, 465 आरडी और पांचू गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में से किसी एक में 2 मेगावाट क्षमता का विकेंद्रीकृत सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा, जिसमें सरकार द्वारा 40% तक का अनुदान दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो इस दौड़ में मोमासर गांव की तैयारी फिलहाल सबसे आगे चल रही है।