श्रीडूंगरगढ़ ONE 25 जुलाई 2025। क्षेत्र में रास्ता विवाद के प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहें है और निस्तारण का समय लंबा होने से अनेक पीड़ित खासे परेशान है। शुक्रवार को क्षेत्र के गांव लिखमीसर दिखणादा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां शुक्रवार दोपहर तीन बजे रास्ता विवाद में एक खेत तक एंबुलेंस भी नहीं जाने दी। इस खेत के चारों तरफ रास्ता बंद है और पीड़ित गणेशराम बीरमाराम नायक के खेत में एंबुलेंस नहीं पाई जिससे यहां से गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना था। परिजनों को इसमें करीब 3 घंटे की देरी हो गई। परिजनों ने खाट पर ही महिला को लेकर पिकअप में चढ़ाया और पिकअप से एंबुलेंस में लेकर अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने बताया कि वे तीन बजे से छह बजे तक तीन घंटे देरी से महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों ने बताया कि प्रशासन से रास्ता दिलवाने की मांग के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सेरूणा थाने के कांस्टेबल रामस्वरूप पारीक मौके पर पहुंचे। रामस्वरूप ने बताया कि खेत पड़ोसी व परिवादी से समझाईश की गई व बाद में पिकअप को रास्ता दे दिया गया। पिकअप में ले जाकर एंबुलेंस में मरीज को अस्पताल पहुंचाया गया।
ये है पूरा मामला।
श्रीडूंगरगढ़ ONE। लिखमीसर दिखणादा की रोही में स्थित गणेशराम बीरमाराम नायक के खेत रास्ता के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट कोर्ट में करीब 2 साल से वाद लंबित है। परिवादी ने 251 के तहत वाद दायर कर रास्ता की मांग की हुई है। कोर्ट द्वारा इसकी रिपोर्ट मांगे जाने पर हल्का पटवारी ओमप्रकाश व गिरदावर ने करीब छह माह पूर्व मौका रिपोर्ट कोर्ट में दर्ज करवा दी है। इसी प्रकरण में गत सोमवार को ही तहसील कार्यालय द्वारा रिपोर्ट मांगे जाने पर दुबारा रिपोर्ट करवाई गई है। विदित रहें मौका रिपोर्ट के बाद से ही खेत पड़ोसी से परिवादी का मनमुटाव हो गया। उससे पूर्व इनके आवागमन में बाधा नहीं थी और मौका रिपोर्ट के बाद से परिवादी को पगडंडी रास्ते से आने जाने दिया जा रहा है। परंतु कोई मशीनरी संबंधी आवागमन के लिए मनाही कर दी गई। गुरूवार को खेत पड़ोसी ने पिकअप को रास्ता दिया भी। ऐसे में पीड़ित के घर से गर्भवती महिला को लेने के लिए एंबुलेंस भी नहीं आ सकी। मामला अब तूल पकड़ रहा है।