स्वामीजी ने गुरुकुल के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ वेदों का अध्ययन करने वाले विद्यार्थी गुरुकुल में तपकर खरे सोने के समान बनते हैं। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों की स्वर्णिम आभा से देश और समाज आलोकित होता है। स्वामीजी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से अभिभावकों को अपने बच्चों को संस्कारित करने के लिए गुरुकुल में शिक्षा प्रदान करने की प्रेरणा दी।
उन्होंने गुरुकुल के बच्चों को भाग्यशाली बताते हुए कहा कि यहां रहकर वे देश और धर्म के लिए उपयोगी बनने के लिए अपना जीवन गढ़ते हैं। यहां उन्हें भारतीय परंपरा के अनुसार जीवन जीना सिखाया जाता है। इस दौरान स्वामीजी ने बच्चों से वेद विषय पर चर्चा भी की।
इस अवसर पर भाजपा ओबीसी मोर्चा के देहात जिलाध्यक्ष विनोदगिरी गुसाई और पृथ्वीराज राजपुरोहित भी उपस्थित थे। सभी ने गुरुकुल में दी जा रही शिक्षा की सराहना की।
स्वामीजी ने गुरुकुल परिसर में एक पौधा भी लगाया और विद्यार्थियों को खेल के साथ-साथ प्रतिदिन पौधों का संरक्षण करने की सीख दी। गुरुकुल के संचालक अमित आर्य ने स्वामीजी का अभिनंदन किया और उनके आगमन के लिए आभार व्यक्त किया।
यह दौरा गुरुकुल के विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव रहा, जिसने उन्हें अपनी शिक्षा और संस्कृति के प्रति और अधिक समर्पित होने के लिए प्रोत्साहित किया।