सोमवार को पुलिस ने इस मामले में तेज़ी दिखाते हुए दोषी युवक को गिरफ्तार कर लिया। जांच अधिकारी एएसआई राजकुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अपनी रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में जुर्म प्रमाणित पाए जाने पर पुलिस ने आरोपी कन्हैया पुत्र नारायणसिंह राजपूत (37 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया।
घटना की सूचना मिलते ही रविवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे और घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद संगठन के सदस्यों ने बछड़े को पारंपरिक रूप से समाधि दी। संगठन के जिला मंत्री वासुदेव सारस्वत ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही संगठन के सदस्य तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और इस अमानवीय कृत्य पर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की।
सोमवार को ही पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली और तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी ने बताया कि बछड़े का पोस्टमार्टम मेडिकल टीम द्वारा करवाया गया। इसके लिए ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेश सक्सेना ने एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया, जिसमें पशु चिकित्सक डॉ. राजेश चौधरी, डॉ. दीनू खां और डॉ. सुनील बोगिया शामिल थे। टीम ने पोस्टमार्टम के बाद शव विहिप सदस्यों को सौंप दिया।
यह घटना पशुओं के प्रति संवेदनशीलता और मानवीय मूल्यों के प्रति हमारी जिम्मेदारी पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है। एक निरीह जीव की इस तरह निर्मम हत्या ने हर संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया है। अब देखना यह है कि कानून इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या यह घटना भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोकने में कारगर साबित होगी।