यह कार्रवाई संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) केके मंगल के निर्देशों के अनुसार की गई। मौके पर 50 किलो के 750 बैग नमक, 329 बैग नमक और लाल पाउडर का मिश्रण, 8 बैग ‘सोली पोटाश’, जिंकेटेड सिंगल सुपर फास्फेट, कृषि शक्ति पर्ल्स, मुल्तानी मिट्टी, और काले व सफेद पाउडर सहित भारी मात्रा में सामग्री जब्त की गई है। कुल मिलाकर, हजारों किलो सामग्री वहां मौजूद थी।
दिलचस्प बात यह है कि फैक्ट्री में 11 हजार खाली कट्टे भी मिले हैं, जिन पर नामी खाद कंपनियों के मार्का छपे हुए थे। आशंका जताई जा रही है कि इन कट्टों का इस्तेमाल नकली उर्वरक की पैकिंग के लिए किया जा रहा था। विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिए हैं, ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी, उप निदेशक जयदीप दोगने, सहायक निदेशक मीनाक्षी शर्मा और कृषि विभाग की पूरी टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। यह घटना कृषि क्षेत्र में गुणवत्ता नियंत्रण की आवश्यकता को रेखांकित करती है और विभाग की सतर्कता को दर्शाती है। अब देखना यह है कि जांच के नतीजे क्या सामने आते हैं और इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।