पुलिस को दी गई रिपोर्ट में मृतक के चचेरे भाई, रामकरण (पुत्र जैसाराम जाट) ने बताया कि 27 जुलाई को मोहनलाल खेत में स्प्रे कर रहे थे। शाम लगभग 4 बजे उन्होंने घुटन की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें तत्काल श्रीडूंगरगढ़ के उपजिला अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें बीकानेर रेफर कर दिया गया।
बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में लगभग 12 दिनों तक चले इलाज के बाद 9 अगस्त, शनिवार की रात लगभग 9 बजे मोहनलाल ने अंतिम सांस ली।
पुलिस ने रामकरण की रिपोर्ट पर रविवार को मर्ग दर्ज कर ली है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले की जांच सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) राजकुमार को सौंपी गई है।