जानकारी के अनुसार, 28 वर्षीय संविदाकर्मी मुन्नीराम पुत्र हड़मानाराम ब्राह्मण, निवासी उदरासर, बिजली के पोल पर काम करते समय घायल हो गए थे। इस घटना के बाद, शुक्रवार को ग्रामीण उपखंड कार्यालय पहुंचे और एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने जोधपुर डिस्कॉम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुन्नीराम के लिए मुआवजे की मांग की। उन्होंने 50 लाख रुपये की नकद राशि, दोषी कर्मचारी के निलंबन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण उपखंड कार्यालय से जोधपुर डिस्कॉम कार्यालय तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे। अधिकारियों से मुलाकात न होने पर ग्रामीणों ने नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। प्रदर्शन में भाजपा युवा नेता सुनील तावणियां, सरपंच किशन गोदारा, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुरजाराम ब्राह्मण, तुलछीराम मोट, संतोष गोदारा धोलिया, पवन सारस्वत, श्रीकिशन सारस्वत, और चुन्नीलाल सहित कई ग्रामीण शामिल थे। ग्रामीणों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा।
इस बीच, कांग्रेस के युवा नेता और पीसीसी सदस्य हरिराम बाना ने पीबीएम अस्पताल पहुंचकर घायल मुन्नीराम से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर विद्युत विभाग से लापरवाह कर्मचारी को हटाने और घायल को मुआवजा देने की मांग की है। बाना ने कहा कि इस मामले में विभाग की गलती के कारण कर्मचारी घायल हुआ है और ग्रामीणों में इस घटना को लेकर नाराजगी है। उन्होंने मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।