आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है, जो शाम 07:26 तक रहेगी। मान्यता है कि तिथि का श्रवण करने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। आकाश में रोहिणी नक्षत्र का साम्राज्य है, जो देर रात 03:18 तक रहेगा, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसके पाठ से पापों का नाश होता है।
आज का करण तैतिल और गर है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसके पाठ श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। योग व्याघात देर रात 01:40 तक है, जिसके बारे में मान्यता है कि इसके पाठ श्रवण से प्रियजनों का प्रेम बना रहता है।
सूर्यदेव आज सुबह 06:04 बजे अपनी स्वर्णिम आभा के साथ उदय हुए और शाम 07:11 बजे अस्त होंगे। चंद्रदेव रात्रि 00:38 बजे उदित होंगे और अगले दिन सुबह 02:22 बजे अस्त होंगे, चंद्रमा वृषभ राशि में विराजमान हैं। वर्षा ऋतु अपने चरम पर है।
विक्रम संवत 2082 है, और शक संवत 1947 विश्वावसु।
पंचांग में शुभ और अशुभ समयों का भी विवरण दिया गया है, जिसमें अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:11 से 01:04 तक रहेगा। राहु काल शाम 05:32 से 07:11 तक रहेगा। दिशा शूल पश्चिम दिशा में है।
ताराबल में अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी आदि नक्षत्र शुभ फलदायी बताए गए हैं, और चन्द्रबल वृषभ, कर्क, सिंह आदि राशियों के लिए अनुकूल है।
आज रविवार है, जो सूर्य देव को समर्पित है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन सूर्य पूजा करने से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। उगते हुए सूर्य को तांबे के लोटे में जल, चावल, लाल फूल और रोली डालकर अर्घ्य देने का विधान है। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना और यथासंभव मीठा भोजन करना भी शुभ माना जाता है।
आज गोगा नवमी और नन्द महोत्सव भी है।
पंडित विष्णुदत्त शास्त्री ने पंचांग का वाचन किया।