वर्ष 2022 में श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी थी। प्रदेश और ज़िले के अन्य किसानों को तो सरकार की ओर से मुआवज़ा मिला, पर यहां के एक चौथाई से ज़्यादा किसान इस मदद से वंचित रह गए। अब, ज़िला परिषद सदस्य श्रीराम भादू इन किसानों को उनका हक दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
भादू बताते हैं कि साल 2023 में जब मुआवज़ा वितरण हुआ, तब श्रीडूंगरगढ़ के कई किसान छूट गए थे। आंदोलन के बाद, साल 2024 में उनसे आवेदन लिए गए, और राज्य सरकार ने बजट भी जारी कर दिया। 27 जून, 2025 को इन किसानों के भुगतान के लिए बिल भी जारी कर दिए गए, लेकिन अफ़सरशाही की सुस्ती के चलते अब तक उन्हें मुआवज़ा नहीं मिला है।
ऐसे में, भादू ने एक बार फिर कृषि मंत्री को ज्ञापन भेजा है और जल्द से जल्द किसानों को मुआवज़ा देने की मांग की है, ताकि उन्हें राहत मिल सके। देखना यह है कि इन किसानों की आस कब पूरी होती है।
बादनूं में शहीद कालूराम स्मृति सामुदायिक भवन में शहीद कालूराम सेवा समिति ने शहीद की 121वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर खुमाराम इंदलिया ने शहीद के आदर्शों पर चलने की बात कही, तो वार्ड पंच फूसाराम मायल ने उनके जीवन के प्रेरक प्रसंगों को याद किया।
सचिव गोविंद पंवार ने शहीद के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही। प्राचार्य देवाराम इंदलिया ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने और सामाजिक अस्पृश्यता को समाप्त करने पर ज़ोर दिया। कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग शामिल हुए और सभी ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह आयोजन शहीद के बलिदान को याद करने और समाज में समरसता का संदेश फैलाने का एक अवसर था।
श्रीडूंगरगढ़ में सिंधी समाज झूलेलाल चालिहा महोत्सव धूमधाम से मना रहा है। चालीस दिनों तक चलने वाले इस आयोजन के 29वें दिन प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। साध मुकेश ने महोत्सव में सक्रिय कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया, वहीं पत्रकार आरके जोशी, चंदा देवी, पूर्णिमा देवी और संजय चूरा का भी अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में महिलाओं और अन्य कलाकारों ने भजन प्रस्तुत किए। मनोज थदानी ने झूलेलाल प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया। झूलेलाल माला, चालिसा, आरती और भोग के बाद प्रसाद वितरण हुआ। रवि रिझवानी ने बताया कि 15 अगस्त से प्रभात फेरी निकाली जाएगी, जो 25 अगस्त तक चलेगी। यह महोत्सव आस्था, उल्लास और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है।
अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन का दूसरा तहसील सम्मेलन 15 अगस्त को सूडसर में होगा। तहसील सचिव शेखर रेगर ने बताया कि सम्मेलन में खेत मजदूरों की समस्याओं, नरेगा शुरू करवाने और स्मार्ट मीटर बंद करवाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही, आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी और नए पदाधिकारियों का चुनाव भी होगा। सम्मेलन में अनिल बारूपाल और पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया भी मौजूद रहेंगे। यह सम्मेलन खेत मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है।