समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और वीर दुर्गादास राठौड़ के पूजन से हुआ। वातावरण गणेश वंदना और संघ प्रार्थना से गुंजायमान हो उठा। अतिथियों ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। पूज्य भागीरथसिंह सेरूणा ने तनसिंह जी द्वारा रचित गीत ‘मेरे वीर दुर्गादास’ का भावपूर्ण गायन किया, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
तारातरा मठ के महंत और पोकरण विधायक प्रतापपुरी महाराज ने अपने ओजस्वी विचारों से युवाओं को क्षत्रिय धर्म को सार्थक करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि जीवन ही इतिहास का निर्माण करता है और आने वाली पीढ़ियां हमारे आज के कर्मों से ही मार्गदर्शन प्राप्त करेंगी। उन्होंने युवाओं को जागृत होकर संगठित होने और इस युग को स्वर्णिम बनाने का आह्वान किया। उन्होंने सनातन धर्म और भारत माता की जय जयकार के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
संघ प्रमुख लक्ष्मणसिंह बेण्याकाबास ने वीर दुर्गादास राठौड़ को न केवल उनके शौर्य और स्वामीभक्ति, बल्कि उनके क्षत्रिय गुणों के लिए भी सम्मानित करने की बात कही। उन्होंने युवाओं से प्रेरणा लेकर क्षत्रिय बनकर जीवन को सार्थक बनाने का आग्रह किया।
विश्वकर्मा कौशल बोर्ड के अध्यक्ष और राज्यमंत्री रामगोपाल सुथार ने वीर दुर्गादास राठौड़ से प्रेरणा लेकर देश और समाज के प्रति स्वामीभक्ति की भावना को अपनाने की बात कही। वरिष्ठ स्वयंसेवक जोरावर सिंह भादला ने मातृशक्ति को सक्रिय करने पर बल दिया और वीर दुर्गादास के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
बीकानेर संभाग प्रमुख रेवंतसिंह जाखासर ने कुशल संचालन से कार्यक्रम को जीवंत बनाए रखा। समारोह में विभिन्न जाति और वर्ग के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
सूत्रों के अनुसार, समारोह में संघ के कई पदाधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे, जिनमें जुगलसिंह बेलासर (बीकानेर प्रांत प्रमुख), राजेन्द्रसिंह आलसर (नोखा व कोलायत प्रांत प्रमुख), उम्मेद सिंह सुलताना, हड़वंतसिंह आशापुरा, विक्रम सिंह सत्तासर, यशवंत सिंह मिंगसरिया, जेठूसिंह पुन्दलसर (श्रीडूंगरगढ़ प्रांत प्रमुख), मानमल शर्मा (पालिकाध्यक्ष), विनोद गिरी गुसाईं, छैलूसिंह शेखावत, भरतसिंह राठौड़ (एडवोकेट), जगदीश स्वामी, विमल भाटी, तुलसीराम चौरड़िया, सत्यनारायण स्वामी, रणवीरसिंह खीची (एडवोकेट), महावीर माली, श्याम सुंदर स्वामी, नत्थूनाथ मंडा, श्याम महर्षि (साहित्यकार), सत्यनारायण प्रजापत (एडवोकेट), थानमल भाटी, सोहनलाल ओझा, शिव तावनियां, श्यामसुंदर पुरोहित, भरत सुथार (भाजपा जिला मंत्री), लोकेश गौड़ (पार्षद), पृथ्वीसिंह राजपुरोहित, समुद्र सिंह धीरदेसर (पूर्व सरपंच), रतनसिंह केऊ, रणवीर सिंह सेरुना (सरपंच प्रतिनिधि, एडवोकेट), विक्रम सिंह शेखावत, भंवरसिंह झंझेऊ, भंवर सिंह जोधासर, अगरसिंह कोटासर, नारायण मोट (पूर्व पालिकाध्यक्ष), अरुण पारीक, भंवरलाल बाना शामिल थे।
उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में वीर दुर्गादास राठौड़ को इतिहास पुरुष बताते हुए उनके शौर्य, वीरता और गुणों से प्रेरणा लेने की बात कही। यह जयंती समारोह निश्चित रूप से श्रीडूंगरगढ़ के युवाओं और नागरिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।