डॉ. नांगल ने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि नशा न केवल आर्थिक नुकसान का कारण बनता है, बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा को भी धूमिल करता है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में फंस रही है, जिससे व्यक्ति और समाज दोनों प्रभावित होते हैं। उन्होंने नशे से शरीर पर होने वाले नकारात्मक प्रभावों की विस्तृत जानकारी दी और अपने चिकित्सकीय अनुभवों के आधार पर नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी।
इसके अतिरिक्त, डॉ. नांगल ने स्वच्छता के महत्व पर भी प्रकाश डाला और विद्यार्थियों को स्वच्छ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य महावीरनाथ ने भी विद्यार्थियों और कर्मचारियों से नशे से दूर रहने की अपील की। राजश्री स्वामी, निशा सोडा और शुभनंदिनी ने भी नशा मुक्त जीवन और जीवन में सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने के संदेश दिए।
कार्यक्रम का मंच संचालन अमित तंवर ने किया। इस अवसर पर कॉलेज स्टाफ पन्नालाल सांखला, दलिपसिंह सेरडिया, श्योपत राम रोझ, विशाल कुमार सहित महाविद्यालय के कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।