तहसील अध्यक्ष बजरंग धारणिया (सूडसर) की अध्यक्षता में आयोजित इस अभ्यास वर्ग में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से किसान एकत्रित हुए। कार्यक्रम का वातावरण ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान से जीवंत हो उठा।
जिलाध्यक्ष शम्भूसिंह राठौड़ ने फसल बीमा योजना की बारीकियों को समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित कर सकते हैं। उनकी विस्तृत जानकारी ने किसानों को इस महत्वपूर्ण योजना के प्रति जागरूक किया।
जिला मंत्री शिवदत्त ने भारतीय किसान संघ की रीति-नीति पर प्रकाश डाला। उन्होंने संघ के उद्देश्यों और दिशा-निर्देशों को स्पष्ट रूप से समझाया, जिससे किसानों को संघ की कार्यप्रणाली को समझने में मदद मिली।
जैविक खेती के महत्व को रेखांकित करते हुए हनुमानदास स्वामी ने किसानों को प्राकृतिक और सुरक्षित खेती के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे जैविक खेती न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि किसानों के लिए भी अधिक लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
गंगा बिशन गोदारा ने कृषि योजनाओं के विषय में किसानों को अवगत कराया। उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और बताया कि किसान इन योजनाओं का लाभ कैसे उठा सकते हैं।
इस अवसर पर तोलाराम भादू, श्रवणसिंह पुंदलसर, अरुण दर्जी, राजेन्द्र सिंह, बलवंत नाई (जैसलसर) समेत कई किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आयोजन की व्यवस्था बलवंत नाई और बजरंग बिश्नोई ने कुशलतापूर्वक संभाली, जिससे कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ।
भारतीय किसान संघ का यह अभ्यास वर्ग किसानों को नई दिशा देने और उन्हें कृषि क्षेत्र में सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि इस तरह के आयोजन किसानों को आधुनिक तकनीकों और योजनाओं से जोड़कर उनके विकास में सहायक होंगे।