प्राप्त जानकारी के अनुसार, सांडवा निवासी 25 वर्षीय रामलाल पुत्र भूराराम मेघवाल ने खेजड़ी के पेड़ को अपनी जीवनलीला समाप्त करने का माध्यम बना लिया। उसने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
मंगलवार की सुबह, जब यह दुखद समाचार पुलिस तक पहुंचा, तो हैड कांस्टेबल संदीप कुमार तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने शव को पेड़ से नीचे उतरवाया और उसे श्रीडूंगरगढ़ के उपजिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, परिजनों द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर क्षेत्र में व्याप्त सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों की ओर इशारा करती है, जो युवाओं को इस तरह के निराशाजनक कदम उठाने पर मजबूर कर रही हैं। यह न केवल एक व्यक्ति की क्षति है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरा आघात है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और इस दुखद घटना के पीछे के कारणों का पता चलता है।