श्रीडूंगरगढ़, 13 अगस्त 2025। बुधवार की सुबह, श्रीडूंगरगढ़ के मुख्य बाजार में एक अप्रत्याशित दृश्य देखने को मिला। दो सांड आपस में भिड़ गए, जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। इस घटना की सूचना मिलते ही नगरपालिका के कर्मचारी तत्परता से मौके पर पहुंचे और दोनों सांडों को काबू में किया। इसके बाद उन्हें जीवदया गौशाला में सुरक्षित पहुंचा दिया गया।
दरअसल, यह घटना नगरपालिका द्वारा आज से शुरू किए गए बेसहारा पशुओं को पकड़ने के अभियान का हिस्सा थी। उपखंड अधिकारी शुभम शर्मा के आदेशानुसार, अधिशाषी अधिकारी अविनाश शर्मा ने नगरपालिका क्षेत्र में घूम रहे सभी बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में छोड़ने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान का प्रभारी स्वास्थ्य निरीक्षण हरीश गुर्जर को नियुक्त किया गया है।
इस कार्य में गौसंघ के जिला उपाध्यक्ष सत्यनारायण स्वामी प्रशासन और गौशालाओं के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम कर रहे हैं। स्वामी ने बताया कि जीवदया गौशाला समिति कालूबास, श्रीगोपाल गौशाला आड़सर बास और श्रीपरमार्थ बाल गौशाला आड़सर बास में बेसहारा गौवंश को रखने की व्यवस्था की गई है।
नगरपालिका के जमादार करणीदान और अन्य कर्मचारियों ने आज मुख्य बाजार से चार सांडों को पकड़कर गौशालाओं में पहुंचाया। सूत्रों के अनुसार, यह अभियान शाम तक रेलवे स्टेशन से मुख्य बाजार के बीच जारी रहेगा।
अभियान के प्रभारी हरीश गुर्जर ने आमजन से अपील की है कि वे अपने पालतू पशुओं को घरों में ही रखें, ताकि भूलवश नगरपालिका कर्मचारी किसी घरेलू पशु को न पकड़ लें। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान को और गति दी जाएगी, ताकि पूरे पालिका क्षेत्र को बेसहारा पशुओं से मुक्त किया जा सके।
यह अभियान श्रीडूंगरगढ़ में बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब देखना यह है कि यह अभियान किस प्रकार शहर को बेसहारा पशुओं से मुक्त कराने में सफल होता है।