16 अगस्त 2025, श्रीडूंगरगढ़। उपजिला अस्पताल में शनिवार का दिन मरीजों के लिए एक लंबी परीक्षा की तरह साबित हुआ। अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं, जहाँ मरीज़ सुबह से ही डॉक्टरों का इंतज़ार करते रहे।
शनिवार को अस्पताल खुलने का समय सुबह 9 बजे था, लेकिन 11 बजे तक भी डॉक्टर अपनी सीटों पर नहीं पहुंचे थे। मरीजों की भीड़ बेचैनी से खाली कुर्सियों को निहार रही थी, हर पल उम्मीद की जा रही थी कि शायद अब डॉक्टर आ जाएं।
लगातार तीन दिनों की छुट्टी के बाद आम जनजीवन पहले से ही अस्त-व्यस्त था, और ऐसे में अस्पताल की यह बदहाल स्थिति लोगों को और भी ज़्यादा परेशान कर रही थी। अस्पताल में लगी कतारों में खड़े लोग अपनी नाराज़गी व्यक्त कर रहे थे। उनका कहना था कि उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
मरीजों ने बताया कि वे यहाँ से निराश होकर निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इलाज के लिए परेशान लोग अस्पताल की व्यवस्था में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। उनका कहना था कि व्यवस्था में सुधार की सख्त ज़रूरत है, ताकि आम आदमी को समय पर इलाज मिल सके और उन्हें इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।