विभिन्न तस्वीरों में बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधते हुए आशीर्वाद देती नज़र आईं। बच्चों ने कार्टून वाली राखियों से त्योहार में उत्साह का रंग भरा, वहीं बुजुर्ग बहनों ने भी अपने भाइयों को राखी बांधकर बचपन की यादों को ताज़ा किया।
पाठकों द्वारा भेजी गई तस्वीरों में ग्रामीण चौपालों से लेकर शहरी जीवन तक के दृश्य शामिल थे। मिठाइयों से सजी थालियां, रंग-बिरंगी राखियां और तिलक के साथ सजी आरती की थालियां सोशल मीडिया पर खूब प्रसारित हुईं।
इन तस्वीरों से यह स्पष्ट होता है कि आधुनिकता के बावजूद भाई-बहन के रिश्ते का प्रेम और अपनत्व आज भी बरकरार है। रक्षाबंधन के इस पावन अवसर पर श्रीडूंगरगढ़ के लोगों ने पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं के प्रति अपनी गहरी निष्ठा का प्रदर्शन किया।