13 अगस्त, 2025 की सुबह श्रीडूंगरगढ़ के उपजिला अस्पताल में एक अप्रत्याशित हलचल देखी गई। जैसे ही अस्पताल के द्वार खुले, माहौल में एक सतर्कता छा गई। वजह थी जयपुर से आए जिला चिकित्सा प्रभारी डॉ. विजय मित्तल का अस्पताल का दौरा।
डॉ. मित्तल ने अस्पताल के हर कोने को बारीकी से देखा। उन्होंने एक-एक वार्ड में जाकर मरीजों से बातचीत की और अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का जायज़ा लिया। उनकी निगाहें हर चीज़ पर टिकी थीं, मानो कोई अनुभवी खोजी किसी रहस्य को सुलझाने में लगा हो।
निरीक्षण के दौरान डॉ. मित्तल मोर्चरी कक्ष तक भी पहुंचे। वहां की सफाई व्यवस्था उन्हें कुछ ख़ास पसंद नहीं आई और उन्होंने अस्पताल प्रशासन को इस पर ध्यान देने की हिदायत दी। उनका मानना था कि अस्पताल का हर हिस्सा, चाहे वह मरीजों के लिए हो या अंतिम संस्कार की तैयारी के लिए, साफ-सुथरा रहना चाहिए।
इसके बाद, उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों की उपस्थिति जांची और उनसे कई सवाल-जवाब किए। सूत्रों की मानें तो कुछ जवाबों से वे संतुष्ट नहीं थे, जिसके चलते उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए ज़रूरी निर्देश दिए।
इस दौरान अस्पताल प्रभारी डॉ. एसके बिहाणी और ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव सोनी समेत पूरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा। सभी ने डॉ. मित्तल के निर्देशों को ध्यान से सुना और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का संकल्प लिया।
डॉ. मित्तल का यह दौरा अस्पताल के लिए एक वेक-अप कॉल था। इसने अस्पताल प्रशासन को अपनी कमियों को पहचानने और उन्हें दूर करने का अवसर दिया। उम्मीद है कि इस दौरे के बाद श्रीडूंगरगढ़ के उपजिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी और अस्पताल की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा।