भौतिकतावाद की बढ़ती प्रवृत्ति, जो कभी समाजशास्त्रियों के लिए एक चिंतन का विषय थी, अब एक गंभीर चुनौती के रूप में उभर रही है। नैतिक मूल्यों पर हावी होती यह प्रवृत्ति विशेषकर युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले रही है, जिसके चलते अपराध जैसे रास्ते भी अपनाए जा रहे हैं।
हाल ही में, श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में दो युवकों ने इसी राह पर कदम रखा। थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी के अनुसार, एएसआई ग्यारसीलाल के नेतृत्व में गठित एक टीम ने संदीप कुमार (20 वर्ष, निवासी धीरदेसर चोटियान) और विकास (20 वर्ष, निवासी सेरूणा) को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि इन युवकों ने महंगे मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल की किश्तें चुकाने के लिए अपराध का रास्ता चुना। दोनों आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
घटनाक्रम के अनुसार, 9 अगस्त की रात बिग्गाबास रामसरा गांव में दो चोरों ने चार घरों में घुसकर सो रहे ग्रामीणों के सिरहाने से मोबाइल फोन चुरा लिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दो महिलाओं के गले से सोने के फुलड़े और मोती के हार भी तोड़ लिए। इस घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश था।
थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए एएसआई ग्यारसीलाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। एएसआई ग्यारसीलाल ने जानकारी दी कि टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को बारीकी से खंगाला और चोरी हुए मोबाइल फोनों की लोकेशन को ट्रेस किया। इसी तकनीकी सहायता और अथक प्रयास के चलते टीम धीरदेसर चोटियान के बस स्टैंड के पास दोनों आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही।
पूछताछ में, आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल की किश्तें चुकाने के लिए यह कदम उठाया। पुलिस फिलहाल मामले की गहनता से जांच कर रही है, ताकि चोरी हुए सामान की बरामदगी हो सके और यह पता लगाया जा सके कि कहीं ये युवक किसी अन्य अपराध में भी तो शामिल नहीं हैं। यह घटना समाज में बढ़ती भौतिकवादी सोच और उसके संभावित परिणामों पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है।