चौपाल में सरपंच ओमप्रकाश लूखा ने बताया कि ग्रामीणों ने मुख्य रूप से फ्लोराइडयुक्त पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की। उपखंड अधिकारी शर्मा ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए पीएचईडी (PHED) को भूजल विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर समस्या का समाधान ढूंढने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों ने गांव की आम गुवाड में बरसाती पानी से जलभराव, सार्वजनिक ट्यूबवेल की मोटर जलने के कारण दो महीने से बाधित पेयजलापूर्ति, क्षतिग्रस्त पोलों को बदलवाने, ढीले तारों को दुरुस्त करवाने और सार्वजनिक रास्तों पर अतिक्रमण हटाने जैसी समस्याएं भी रखीं। उपखंड अधिकारी ने संबंधित विभागों को इन समस्याओं पर सकारात्मक कार्रवाई करते हुए समाधान निकालने के लिए निर्देशित किया।
ग्रामीण सुल्तानाराम ने अपने घर के पास स्थित पुराने और जर्जर जलहौज से संभावित दुर्घटना की आशंका व्यक्त की, जिस पर उपखंड अधिकारी शर्मा ने पीएचईडी को स्थिति का आकलन कर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा। उन्होंने गांव में जर्जर भवनों की जांच करने के भी निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, उपखंड अधिकारी ने चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों को पर्याप्त दवाइयां रखने और मौसमी बीमारियों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी।
चौपाल में विकास अधिकारी मनोज धायल, सीबीईओ सरोज पूनियां और अन्य विभागों के प्रतिनिधि अधिकारी भी उपस्थित थे। सरपंच ओमप्रकाश लूखा, उपसरपंच ग्यारसीदेवी, बुद्धाराम जाट, जोराराम जाट, बेगराज लूखा, रूपाराम धतरवाल, निंबाराम लूखा, केसराराम मेघवाल, रजीराम जाट सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद रहे।