सहीराम ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि 21 जुलाई को वह हीराराम जाट के साथ हजारीराम गुरावा की गाय और दो बछड़ियों को कालू छोड़ने जा रहे थे। आरोप है कि श्रीडूंगरगढ़ से थोड़ा आगे निकलने पर कुछ युवकों ने उनका पीछा किया और रास्ते में रोक लिया। शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने उन्हें गाड़ी समेत सुनसान जगह पर ले जाकर मारपीट की, गाली-गलौज की और रात भर बंधक बनाकर रखा।
परिवादी का आरोप है कि आरोपियों ने मोबाइल से उनकी मारपीट का वीडियो बनाया, जबरन माफी मंगवाई, पैर पकड़वाए और कपड़े उतरवाकर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। उन्होंने ब्लैकमेल कर उनसे 54 हजार रुपये और हीराराम से 25 हजार रुपये छीन लिए। साथ ही, गाड़ी के कागजात और गाय-बछड़ियों को भी अपने कब्जे में ले लिया। आरोप है कि आरोपियों ने दो लाख रुपये की मांग की और धमकी दी।
परिवादी के अनुसार, डर के कारण उन्होंने पहले किसी को कुछ नहीं बताया। 25 जुलाई को आरोपी कमल ने फोन करके धमकाया और श्रीडूंगरगढ़ बुलाकर 15 हजार रुपये लिए। 2 अगस्त को आरोपी ने फिर से फोन करके रुपयों की मांग की और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच हेड कांस्टेबल रामस्वरूप को सौंप दी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और आरोपों की सत्यता की जांच की जा रही है।